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शहर को दोष न दो !
गाँव में मिट्टीभी , ऐसी माँ बनजाती है, जोअमीर गरीब पर एक सा प्यार लुटाती है। मिट्टी के कच्चे घर या हो ईंट की दीवार , शिवप्रसाद सी ममता...
Mar 26, 20231 min read


पत्थर रोया !!
मानवता की मृत्यू देखकर, फूट-फूट कर पत्थर रोया । माथे से लग गिरा ज़मी पर, टूट गया, औ धीरज खोया। - सुमन शर्मा
Mar 18, 20231 min read


जीने की कला
जिदंगी है तो प्राण का, लय में धडकना है जरुरी । अनुकूल या प्रतिकूल हो पल, समभाव में रहना जरुरी । जीत का परचम जो प्यारा, स्वीकार हो फिर हार...
Mar 18, 20231 min read
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